THE ULTIMATE GUIDE TO पारद शिवलिंग ONLINE

The Ultimate Guide To पारद शिवलिंग online

The Ultimate Guide To पारद शिवलिंग online

Blog Article

अध्यात्माबद्दल जरा जरी आकर्षण असलेल्या व्यक्तीला पारद शिवलिंगाची उपासना केलीच पाहिजे असे माझे मत आहे.

By trying to keep our synchronization with the newest developments of the market, we have been instrumental in presenting a broad assortment of AgnisthaParad Shivlinga(damaru foundation).

शिव पुराण के अनुसार जो लोग शिवलिंग की पूजा करके महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, उन्हें सुबह के समय और दोपहर से पहले पूजा कर लेनी चाहिए. तभी ये पूजा विशेष रूप से फलदायी होती है. इसके अलावा याद रखें कि घर में जिस जगह पर शिवलिंग हों, उनके पास पूरा शिव परिवार माता गौरी, गणपति और कार्तिकेय जी को भी बैठाएं.

१२ ज्योतिर्लिंगाचे पूजन केल्याचे जेव्हढे फळ आहे ते एकट्या पारद शिवलिंगच्या पूजेत सामावलेले आहे.

यह भी पढ़ें: भगवान शिव के हाथों में डमरू कैसे आया?

मंदिर में शिवलिंग रखने के लिए उसके आकार को ध्यान में रखना जरूरी नहीं है जबकि घर पर शिवलिंग को रखने के लिए यह ध्यान रखना बेहद ही आवश्यक यही कि वह शिवलिंग अंगूठे के आकर से बड़ा न हो। इसके पीछे की ख़ास वजह यह है कि शिवलिंग एक अग्नि स्तम्भ माना जाता है और इस कारण यदि बड़े आकार का शिवलिंग घर में रखा जाए तो उसमें समाहित वह ज्वलंत शक्ति विनाशकारी साबित हो सकती है।

और पढ़ें महादशा और अंतर्दशा – क्या वे आपको प्रभावित कर रही हैं?

पारद शिवलिंग से सिर्फ भगवान शिव का ही आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता बल्कि माता लक्ष्मी की कृपा भी बरसती है।

पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग क्यों है खास ? घर में इनकी पूजा करने के लिए क्या है लाभ

माझ्या मते तुम्ही जर ह्या महिन्यात स्थापन केलेत किंवा जुने कोणतेही घरात असलेले शिवलिंग बदलून पारद शिवलिंग ठेवलेत तर एखादा मोठा more info विधी करण्याची गरज नाही.

पारद शिवलिंग को अभिमंत्रित करा कर लेने के फायदे :

अभिमंत्रित पारद शिवलिंग इस लिंक से खरीदें और पाएं स्थापना का शुभ समय आपके जन्म विवरण के आधार पर। 

अतीक-अशरफ हत्याकांड में पुलिस का कोई लेना-देना नहीं, न्यायिक आयोग ने दी क्लीन चिट

काही जण शिवपिंड ठेवतात आणि १२ तास बाहेर असतात पण घरातल्या पिंडीवर साधे पाणी सुद्धा अर्पण करण्यासाठी त्यांना वेळ मिळत नाही. 

Report this page